Indian Festivals

अष्टम नवरात्रा - माँ महागौरी

आठवां दिनः  अष्टम् नवरात्रा।
तिथिः         षुक्ल अष्टमी
माहः          चैत्र
ऋतुः
         वसन्त
पूजा का समय: प्रातःकाल से।
आठवें दिन की देवीः-  माँ महागौरी हैं।

परम कृपालु माँ महागौरी कठिन तपस्या कर गौरवर्ण को प्राप्त कर भगवती महागौरी के नाम से  सम्पूर्ण विष्व में विख्यात हुई। भगवती महागौरी की आराधना सभी मनोवांछित को पूर्ण करने वाली और भक्तों को अभय, रूप व सौदर्य प्रदान करने वाली है। अर्थात् षरीर में उत्पन्न नाना प्रकार के विष व्याधियों का अंत कर जीवन को सुख समृद्धि आरोग्यता से पूर्ण करती हैं। माँ की षास्त्रीय पद्धति से पूजा करने वाले सभी रोगों से मुक्त हो जाते हैं और धन वैभव सम्पन्न होते हैं।
 
माँ की परम दयामयी मूर्ति का रूप इस ष्लोक से स्पष्ट हैः-
पंचमं स्कन्दमातेति षष्ठं कात्यायनीति च।
सप्तमं कालरात्रीति महागौरीति चाष्टमम्।।
              
उपरोक्त षोडषोपचार विधि से आठवें दिन भी पूजा बडे श्रद्धा भक्ति से की जाती हैं और स्थापित कलष, दीप, और अन्य प्रतिष्ठित वेदियों और देवी प्रतिमा में पूर्व दिन में अर्पित की गयी पुष्पादि सामग्री उतार ले और उपरोक्त क्रम को दोहराते हुए श्रद्धा, भक्ति पूर्वक हांथ जोड़कर पूजा आराधना तथा आरती करें और पूजा सम्पन्न होने के बाद प्रसाद आदि वितरित करें।