इस दिन हनुमानजी की पूजा अर्चना करने का भी बहुत महत्व होता है. नरक चतुर्दशी के दिन कई जगहों पर हनुमान जयंती का पर्व भी मनाया जाता है.
एक मान्यता के अनुसार नरक चतुर्दशी यानी कार्तिक मास कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन माता अंजना के गर्भ से हनुमान जी ने अवतार लिया था.
जो लोग अपने दुख और तकलीफों से मुक्ति पाना चाहते हैं वह इस दिन हनुमान जी की पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ पूजा और आराधना करते हैं.
कई लोग नरक चतुर्दशी के दिन हनुमान चालीसा हनुमान अष्टक आदि का पाठ करते हैं. बाल्मीकि रामायण में नरक चतुर्दशी के दिन हनुमान जयंती होने का उल्लेख किया गया है.
इसलिए साल में 2 बार हनुमान जयंती का त्यौहार मनाया जाता है.
कार्तिक मास कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के अलावा चैत्र पूर्णिमा के दिन भी हनुमान जयंती का त्यौहार मनाया जाता है.