Indian Festivals

बांदा अष्टमी on 21 Jan 2021 (Thursday)

 जानिए क्याहै बांदाअष्टमी कामहत्व औरपूजन विधि

 बांदा अष्टमी का महत्त्व-

बांदा अष्टमीको शाकंभरीनवरात्रि भीकहा जाताहै. बांदाअष्टमी अष्टमी पौषमास कीशुक्ल पक्षकी अष्टमीतिथि सेलेकर पूर्णिमातिथि तकमनाई जातीहै. मकरसंक्रांति केदिन सेबांदा अष्टमीअर्थात शाकंभरीनवरात्रि काआरंभ होजाता है.हमारे धर्मशास्त्रों केअनुसार गुप्तनवरात्रि कीतरह एसीशाकंभरी नवरात्रिका भीबहुत महत्वहोता है.माता शाकंभरीमां दुर्गाके अलग-अलगअवतारों मेंसे एकहै. इसनवरात्रि केसभी दिनोंमें पौराणिककार्य किएजाते हैं.खासतौर परइस नवरात्रिमें मांअन्नपूर्णा कीसाधना कीजाती है.बांदा अष्टमीतंत्र मंत्रकी साधनाकरने वालेलोगों केलिए भीमहत्वपूर्ण होतीहै.

 

बांदा अष्टमी पूजन विधि-

 

बांदाअष्टमी कीपूजा करनेके लिएसुबह जल्दीउठकर नित्यक्रमसे निवृत्तहोने केबाद स्नानकरें.

अबसाफ सुथरेवस्त्र धारणकरके पूजास्थान कोसाफ करें.

अबमिट्टी केपात्र मेंजौ केबीज बोकरउस परपानी काछिड़काव करें.

शाकंभरीनवरात्रि केप्रथम दिनशुभ मुहूर्तमें कलशको लालरंग केकपड़े मेंलपेटकर पूजास्थल परस्थापित करें.

अबकलश मेंगंगाजल डालकरउसके ऊपरआम कीपत्तियां औरजटा वालानारियल रखें.

नारियलमें लालचुनरी औरकलावा बांधे.

अबफूल, माला,रोली, कपूर,अक्षत सेमां दुर्गाकी आराधनाकरें.

शाकंभरीनवरात्रि के21 दिनों तकइसी प्रक्रियाके द्वारामाता कीपूजा करें.

नवरात्रिके आखिरीदिन माताकी पूजाकरने केबाद tविसर्जन करकेबेदी सेकलश कोउठाएं.

 

बांदा अष्टमी पूजा केलाभ-

 

मान्यतोंके अनुसारबांदा अष्टमीके दिनगरीबों औरज़रूरतमंद लोगोंको भोजनशाक यानीकच्ची सब्जी,भाजी, फल जलका दानकरना चाहिए.

ऐसाकरने सेमनुष्य कोअत्यधिक पुण्यकी प्राप्तिहोती हैएवं मांशाकम्भरी प्रसन्नहोकर सभीमनोकामनाओं केपूरा होनेका आशीर्वादप्रदान करतीहैं.

शाकंभरीनवरात्रि पौषमास केशुक्ल पक्षकी अष्टमीसे आरम्भहोकर जोपौष पूर्णिमाको समाप्तहोती है.

दुर्गासप्तशती केग्यारहवें अध्यायमें माँदुर्गा केअलग अलगस्वरूपों कावर्णन कियागया है.

 

माँ शाकम्भरी का स्वरुप -

 माँदुर्गा केसभी स्वरूपोंमें सबसेअलग औरअनूठा रूपहै 'मांशाकंभरी' का.

माँशाकम्भरी कोशाक-सब्जियोंकी देवीकहा जाताहैं. माँशाकम्भरी काप्राकट्य असुरोंका संहार करनेके साथसाथ लोगोका भरणपोषण करनेके लिएभी हुआथा.

माँशाकम्भरी मातृस्वरूपाहैं औरब्रह्मांड मेंमौजूद सभीलोग उनकीही संतानहैं.