परिवार की सुख समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण होती है दर्श अमावस्या
दर्श अमावस्या का महत्व-
हिंदू शास्त्रों के अनुसार दर्श अमावस्या के दिन पूरी रात चंद्रमा आकाश में छुपा रहता है. मान्यताओं के अनुसार परिवार की सुख समृद्धि और उद्धार की कामना के लिए दर्श अमावस्या का दिन बहुत महत्वपूर्ण होता है. दर्श अमावस्या के दिन पूर्वजों की पूजा करना भी शुभ कार्य होता है. इस दिन चंद्र दर्शन करना बहुत आवश्यक होता है. दर्श अमावस्या के दिन चंद्रमा को देखने के पश्चात ही उपवास आदि रखने का नियम है. हमारे शास्त्रों के अनुसार जो भी व्यक्ति दर्श अमावस्या के दिन सच्चे मन से चंद्रदेव की प्रार्थना करता है चंद्रदेव उसकी प्रार्थना स्वीकार करते हैं और उसकी सभी मनोकामनाएं को पूर्ण करते हैं.
दर्श अमावस्या से जुड़ी विशेष बातें-
• जो मनुष्य अमावस्या के दिन उपवास करके पूजा करता है उन्हें चंद्रदेव की विशेष कृपा दृष्टि प्राप्त होती है.
• दर्श अमावस्या के दिन उपवास और पूजन करने से अच्छे भाग्य और सिद्धि की प्राप्ति होती है.
• दर्श अमावस्या के दिन भगवान चंद्र देव की श्रद्धा पूर्वक पूजा करने से मनुष्य के जीवन में जिन कार्यों में मुश्किलें आ रही होती हैं वह सब खत्म हो जाती हैं.
• इस दिन चंद्र दर्शन और उपवास करने वाले व्यक्ति को आध्यात्मिक और संवेदनशीलता प्राप्त होती है.
• मान्यताओं के अनुसार भगवान चंद्र देव की श्रद्धा पूर्वक पूजा करने से मन को शीतलता और शांति प्राप्त होती है.
• जिन लोगों के जीवन में बहुत अधिक संघर्ष होता है उन्हें दर्श अमावस्या के दिन भगवान चंद्र देव की पूजा अवश्य करनी चाहिए.
• भगवान चंद्र देव जीवन की सभी समस्याओं को समाप्त कर देते हैं.
• जो लोग मोक्ष प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें दर्श अमावस्या के दिन उपवास करके चंद्र देव का दर्शन करना चाहिए.
• शास्त्रों में बताया गया है कि चंद्रमा के देवता चंद्र देव को नवग्रहों में सबसे महत्वपूर्ण माना जाता हैं.
• चंद्र देव को भावनाओं और दिव्य अनु ग्रहों का स्वामी माना जाता है.