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गणेश जयंती | Ganesh Jayanti on 01 Feb 2025 (Saturday)

गणेश जयंती

क्या है गणेश जयंती –

गणेश जयंती का एक बहुत ही विशेष महत्‍व है। ऐसी मान्यता है कि इसी दिन मां पार्वती और भगवान शिव शंकर जी के पुत्र गणेश जी का जन्म हुआ था। ऐसा कहा जाता है कि माघ महीने में गणेश जयंती का व्रत करने से आपके सभी प्रकार के कष्ट दूर होते हैं।

गणेश जयंती का महत्तव–

गणेश जी को हिंदू धर्म में एक बहुत ही महत्वपूर्ण देवता के रुप में माना जाता है जो बाधाओं को दूर करते हैं। गणेश जयंती को महाराष्ट्र में माघ शुक्ल चतुर्थी, तिलकुंड चतुर्थी, और वरद चतुर्थी जैसे नामों से भी जाना जाता है।

ऐसा माना जाता है कि गणेश जयंती का उपवास करने से आपके सभी पाप दूर हो जाते हैं। एक पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार भगवान कृष्ण जी पर चोरी का आरोप लगाया गया था। ऐसा इसीलिये क्योंकि उन्होंने भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी पर चंद्रमा देखा था - जो निषिद्ध था। इससे मुक्ति पाने के लिये उन्होंने माघ शुक्ल चतुर्थी (गणेश जयंती) पर उपवास किया।

गणेश जयंती की पूजा सामग्री -

  1. गणेश की मूर्ति,
  2. ऊंचा टेबल,
  3. कपड़ा
  4. गणेश मंत्र पुस्तिका,
  5. अगरबत्ती,
  6. चंदन का पेस्ट,
  7. घास,
  8. फूल,
  9. फल,
  10. दीया,
  11. सुपारी,
  12. चावल
  13. और पानी से भरा कलश

गणेश जयंती की पूजा कैसे करें-

  1. गणेश जयंती के शुभ अवसर भगवान गणेश जी को मंदिरों को बहुत ही सुंदरता से सजाया जाता है। इस दिन भगवान गणेश जी की विभिन्न प्रकार की कथाओं का पाठ किया जाता है।
  2. गणेश जी की मूर्ति को पूजा से पहले भली-भांति कपड़े से ढँक दें।
  3. गणेश जयंती के दिन घर और पूजा-स्थल को साफ करें
  4. स्नान करने के पानी में तिल मिलाकर स्नान करें और नये कपड़े धारण करें
  5. मूर्ति से कपड़े को हटा दें
  6. गणेश जी को मूर्ति स्थापना क्षेत्र को फूलों से सजायें
  7. भक्त इस दिन पूरे दिन व्रत भी रखते है
  8. ओम गणेशाय नम: मंत्र का जाप करते हुए पूजा प्रारंभ करें
  9. दीपक और अगरबत्ती जलायें और गणेश आरती और भजन गाएं
  10. गणेश  जी को मोदक, लड्डू, पेड़ा आदि को भोग लगायें
  11. इसके पश्चात फूल और मिठाई चढ़ाएं।
  12. मंदिर में जाकर बप्पा का आशीर्वाद लेना शुभ माना जाता है। त्यौहार के चौथे दिन गणेश जी का मूर्ति का विसर्जन किया जाता है।

 

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