जानिए क्या है लोहड़ी का महत्व और इसकी पूजन विधि
लोहड़ी का त्यौहार मुख्य रूप से पंजाब में मनाया जाता है. यह त्यौहार मकर संक्रांति से एक या दो दिन पहले मनाया जाता है. लोहड़ी के दिन लोग एक दूसरे से मिलते हैं और आपस में एक दूसरे के साथ अपनी खुशियां बांटते हैं.
लोहड़ी शब्द का अर्थ-
1- लोहड़ी शब्द तीन अक्षरों से मिलकर बना है . ल से लकड़ी, ओह से गोहा अर्थात जलते हुए उपले और डी से रेवड़ी….
2- लोहड़ी के त्यौहार को लाल लाहि लोहिता और खिचड़वार के रूप में भी मनाया जाता है. सिंधी समाज में लोहड़ी पर्व को लाल लाही पर्व के रूप में मनाया जाता है.
लोहड़ी का महत्व -
1- लोहड़ी को लोह अर्थात अग्नि दक्ष प्रजापति की पुत्री सती के हवन कुंड में दहन होने की याद में प्रज्वलित की जाती है.
2- यज्ञ पर अपने दामाद महादेव का भाग ना निकालने की वजह से लोहड़ी का त्यौहार प्रजापति दक्ष के प्रायश्चित के रूप में मनाया जाता है.
3- इस त्यौहार पर सभी परिजन अपनी शादीशुदा पुत्रियों के घर वस्त्र, मिठाई, रेवड़ी और फल इत्यादि उपहार स्वरूप भेजते हैं.
4- कई जगहों पर लोहड़ी को लोह कहकर भी मनाया जाता है. लोह का मतलब होता है लोहा…. इस त्यौहार के अवसर पर लोहे के तवे को जोड़कर देखा जाता है.
5- लोहड़ी के त्यौहार के दिन पंजाब में नई फसल को काटा जाता है. इस त्यौहार के मौके पर गेहूं को पीसकर उसके आटे से रोटियां बना कर लोहे के तवे पर सेकी जाती हैं.
6- लोहड़ी पर्व फसल की बुवाई और कटाई से भी जुड़ा हुआ है. इस दिन किसान अपने नए वित्तीय साल की शुरुआत करते हैं.
7- लोहड़ी की रात वर्ष की सबसे लंबी रात होती है. इस दिन अग्नि और महादेवी की पूजा करने से दुर्भाग्य दूर हो जाता है और पारिवारिक क्लेश से भी छुटकारा मिलता है.
8- इस दिन श्रद्धा पूर्वक पूजा करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
लोहड़ी पूजन विधि-
1- लोहड़ी की पूजा करने के लिए अपने घर की पश्चिम दिशा में पश्चिम की ओर मुख करके बैठ जाएं.
2- अब एक काले रंग का कपड़ा बिछाकर उस पर महादेवी के चित्र की स्थापना करें.
3- अब देवी के चित्र के आगे सरसों के तेल का दीपक जलाएं. लोबान से धूप करें. सिंदूर अर्पित करें. बेलपत्र चढ़ाए और महादेवी को रेवड़ियों का भोग लगाएं.
4- इसके पश्चात सूखे नारियल के गोले में कपूर डालकर जलाएं. अब इस अग्नि में रेवड़ी, मूंगफली और मक्का डालें. इसके बाद सा अग्नि की सात बार परिक्रमा करें.
5- परिक्रमा करते समय इस मंत्र का जाप करें.
ओम सती शांभवी शिवप्रिय स्वाहा
6- लोहड़ी का पर्व मूल रूप से आद्यशक्ति कृष्ण और अग्नि देव की पूजा का त्यौहार है.
नए शादीशुदा जोड़े के लिए लोहड़ी के त्यौहार का महत्व-
लोहड़ी का पर्व नए शादीशुदा जोड़े और परिवार में जन्म लिए पहले बच्चे के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है. इस पर्व पर नई दुल्हन को उसकी ससुराल की तरफ से नए-नए तोहफे प्रदान किए जाते हैं और नए जन्म लिए शिशु को उपहार देकर परिवार में उसका स्वागत किया जाता है और आशीर्वाद दिया जाता है.
लोहड़ी के दिन करें ये उपाय-
1- अगर आप अपने दुर्भाग्य को दूर करना चाहते हैं तो इस दिन महादेवी पर चढ़ी रेवड़ियां गरीब कन्याओं में वितरित करें.
2- पारिवारिक क्लेश को दूर करने के लिए लोहड़ी के दिन उड़द की दाल और चावल काली गाय को खिलाएं.
3- सौभाग्य प्राप्त करने के लिए लोहड़ी के दिन गरीबों में गुड़ और तिल बांटे.
4- आर्थिक समस्या को दूर करने के लिए इस दिन लाल कपड़े में गेहूं बांधकर किसी ब्राह्मण को दान दे.
5- लोहड़ी के दिन तिल से हवन करना, तिल ग्रहण करना और दान करना शुभ माना जाता है.