नवरात्री में आने वाली दुर्गाष्टमी का एक बहुत ही खास मह्त्व है । ऐसा माना जाता है कि यदि आप यह व्रत त्यौहार पूरी श्रद्धा के साथ रखें तो आपको मन चाहा आशीर्वाद मिल सकती है ।.
इस दिन सबसे पहले उठकर घर और पूजा स्थल की साफ-सफाई करने के बाद नहाना चाहिये।
उसके बाद पूजा के स्थान को गंगाजल डालकर उसको पवित्र करना चाहिये।
अब एक लकड़ी के पाट को बिछाकर उसे लाल वस्त्र से सुस्जिजत करें।
अब उस पर माँ दुर्गा की प्रतिमा या फिर चित्र की स्थापना करें।
उसके बाद दुर्गा माता को अक्षत, सिन्दूर और लाल पुष्प चढातें हुये प्रार्थना करें।
और प्रसाद के रूप में आप फल और मिठाई का भोग लसा सकते है।
धुप और दीपक को जला कर आरती उतारते हुये घर के सभी कोनों को महका दें।
इस दिन दुर्गा चालीसा का पाठ करने का विशेष महत्तव है।
और फिर पूजा का समापन माता जी की आरती करते हुये और दोनों हाथों को जोड़कर करना चाहिये।