कौन है भगवान परशुराम-
• पूरे देश में परशुराम जयंती बहुत ही धूमधाम के साथ मनाई जाती है.
• भगवान परशुराम ऋषि ऋचीक के पौत्र और ऋषि जमदग्नि के पुत्र हैं.
• भविष्य के असर से परशुराम ब्राह्मण पुत्र होते हुए भी क्षत्रिय हो गए थे.
• परशुराम भगवान शिव के बहुत बड़े भक्त थे. इन्होंने शिवजी की कठोर तपस्या की थी. इनकी तपस्या से प्रसन्न होकर शिवजी ने इन्हें एक अमोघ अस्त्र परसु प्रदान किया था.
• भगवान परशुराम का असली नाम राम था, पर हाथ में भगवान शिव द्वारा प्रदान किया गया परशु धारण करने की वजह से यह परशुराम के नाम से प्रसिद्ध हुए.
• भगवान परशुराम अपने पिता के बहुत बड़े भक्त थे.
• अपने पिता की आज्ञा मानते हुए इन्होंने अपनी माता का सिर काट दिया था, पर दोबारा पिता के आशीर्वाद से इन्होंने अपनी माता का सर फिर से जोड़ दिया.
भक्तों का करते हैं कल्याण-
• शास्त्रों के अनुसार भगवान परशुराम चिरंजीवी हैं.
• यह अपने सभी भक्तों और महापुरुषों को दर्शन प्रदान करते हैं.
• जो भी व्यक्ति इनकी पूजा-अर्चना करता है उनका कल्याण होता है.
• पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान परशुराम आज के समय में भी मंदराचल पर्वत पर तपस्या कर रहे हैं.
• पूरे देश में अलग-अलग स्थानों पर भगवान जमदग्नि जी के तपस्या स्थल और आश्रम मौजूद हैं.
क्यों गए थे परशुराम तीर्थ यात्रा पर
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