पूर्णिमा व्रत का महत्व-
हर महीने की शुक्ल पक्ष तिथि को पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार शुक्ल पक्ष की अंतिम 15वीं तिथि पूर्णिमा होती है. इस दिन आकाश में चंद्रमा पूर्ण रूप से दिखाई देता है. हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. पूर्णिमा के दिन चंद्रमा पक्षबली होकर बहुत बलवान हो जाता है. पौराणिक धर्म ग्रंथों में बताया गया है कि चंद्रमा को पूर्णिमा तिथि सबसे अधिक प्रिय होती है. पूर्णिमा के दिन पूजा-पाठ दान और किसी पवित्र नदी में स्नान करना बहुत ही शुभ कारी माना जाता है. वैशाख, माघ और शुक्लपक्ष पूर्णिमा के दिन किसी भी तीर्थ स्थल पर जाकर स्नान और दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है.
पूर्णिमा व्रत पूजन विधि-
,,हमारे धर्म शास्त्रों में बताया गया है कि पूर्णिमा तिथि को किसी पवित्र नदी में स्थान करना शुभ होता है.
ओम सोम सोमाय नमः
पूर्णिमा व्रत से जुड़ी विशेष बातें-