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सरस्वती पूजन | Saraswati Poojan on 30 Sep 2025 (Tuesday)

1. सरस्वती पूजा को सरस्वती प्रधान पूजन के नाम से भी जाना जाता है।  सरस्वती पूजन के दिन सभी लोग माँ का पूजन कर उनका आशीर्वाद पाते है। 
2. दुर्गा पूजा के दूसरे दिन मनाये जाने वाला एक बहुत ही महत्वपूर्ण व् खूबसूरत पर्व है। 
3. सरस्वती पूजन नवरात्री में से एक दिन मनाये जाने वाला शुभ दिन है और यह शीत ऋतू के आने का भी संकेत देती है। 
4. पूरे भारत में यह पर्व श्रद्धालुओं के बीच बहुत ही उत्साह व् उमंग के साथ मनाया जाता है। 
5. भारतीय पौराणिक कथाओं के अनुसार माँ सरस्वती जल की देवी मानी जाती हैं  इन्हे पवित्रता व् सम्पन्नता के लिए पूजा जाता है।  माँ सरस्वती ने ही संस्कृत भाषा को बनाया था, जो की हमारे शास्त्रों, विद्वानों व् ब्राह्मणो द्वारा इस्तेमाल की जाती है। 

 
 
 
सरस्वती पूजन विधि

1. सूर्य उदय के पूर्व उठकर नहाने के जल में गंगाजल मिला कर स्नान करें। 
2. सबसे पहले सूर्य को जल अर्पित करें। 
3. सरस्वती आवाहन के दिन स्थापित की गई माँ की मूर्ति को प्रणाम करें। 
4. माँ के चरण धोये व् उनका श्रृंगार भी करें। 
5. माँ के आगे घी का दीपक लगाएं व् धूप अगरबत्ती भी लगाएं। 
6. माँ को सफ़ेद व् पीले फूलों की माला अर्पित करें। 
7. माँ को सफ़ेद मिष्ठानो का भोग भी लगाएं। 
8. माँ की स्तुति से अपनी पूजा की शुरुआत करें। 
9. आखिर में माँ की आरती अवश्य करें। 
 

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