क्या है अक्षय तृतीया पर ग्रहों का शुभ संयोग :
इस दिने ग्रहों का एक बहुत ही विशेष प्रकार का संयोग बनता है और इस दिन सूर्य व चंद्रमा दोनों ही अपनी बहुत ही उच्च राशि में होते है। ऐसा कहा जाता है कि ऐसा विशेष योग केवल साल में एक ही बार बनता है क्योंकि सूर्य मेष में होता है तो चंद्रमा वृषभ में विराजमान होता है। शास्त्रों को अनुसार सूर्य को प्राण तथा चंद्र को मन रुपी माना गया है। अक्षय तृतीया के विशेष दिन जो भी काम किये जाते है उनके फल दोगुना हो जाते हैं।
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