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पापमोचिनी एकादशी | Papmochini Ekadashi on 05 Apr 2024 (Friday)

पापमोचनी एकादशी का महत्व-

सनातन धर्म के अनुसार इस पुरे संसार में कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं जिसने जाने अनजाने कोई पाप ना किया हो. ईश्वरीय विधान के अनुसार मनुष्य द्वारा किये गए पापों की सजा से बचा जा सकता है, अगर कोई व्यक्ति विधि- विधान से पापमोचिनी एकादशी का पावन व्रत करता है तो उसे उसके द्वारा किये गए पाप कर्मो से मुक्ति मिलती है. पापों से मुक्ति प्रदान करने तथा मोक्ष प्रदान करने वाली पापमोचिनी एकादशी का व्रत इस साल 19 मार्च को किया जायेगा. पापमोचनी एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है. हमारे धर्म शास्त्रों में एकादशी तिथि को भगवान् विष्णु का स्वरुप बताया गया है. एकादशी तिथि के दिन भगवान् विष्णु का पूजन करने से भगवान् विष्णु संतुष्ट होकर अपने भक्तों के सभी कष्टों को दूर करते हैं. शास्त्रों के अनुसार पापमोचनी एकादशी का व्रत करने से बड़े-बड़े यज्ञों के सामान पुण्य मिलता है.
 
पापमोचनी एकादशी के दिन ध्यान रखे ये बाते- 

• पापमोचिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के चतुर्भुज स्वरुप की पूजा का नियम है.
• इस दिन व्रत करने वाले व्यक्ति को एक बार दशमी तिथि को सात्विक भोजन करना चाहिए.
• पापमोचनी एकादशी के दिन मनुष्य को भोग-विलास की भावना त्यागकर सच्चे मन से भगवान विष्णु का ध्यान
करना चाहिए.
• पापमोचनी एकादशी के दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान करने के पश्चात् व्रत करने का संकल्प करना चाहिए.
• व्रत का संकल्प करने के पश्चात् षोडषोपचार के द्वारा भगवान् विष्णु की पूजा करनी चाहिए.
• इसके पश्चात् भगवान विष्णु के सामने बैठकर भगवद् कथा का पाठ अथवा श्रवण करना चाहिए.
पापमोचिनी एकादशी व्रत के लाभ-
• अगर कोई व्यक्ति पूरी श्रद्धा के साथ पापमोचिनी एकादशी का व्रत करता है तो उसे सहस्त्र अर्थात् हजार गायों के
दान के बराबर का पुण्य मिलता है.
• पापमोचनी एकादशी का व्रत करने से ब्रह्म ह्त्या, सुवर्ण चोरी, सुरापान और गुरुपत्नी गमन जैसे महापापों से भी
मुक्ति मिलती हैं.
• पापमोचिनी एकादशी का व्रत बहुत ही शुभकारी और पुण्य फल प्रदान करने वाला है.

• पापमोचनी एकादशी में रात्रि में जागरण करना भी बहुत महत्त्वपूर्ण होता है.

• पदम् पुराण में बतया गया है की जो मनुष्य सच्चे मन से पापमोचिनी एकादशी का व्रत करते हैं, उनके द्वारा किये
गए सभी पाप नष्ट हो जाते है.


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