श्रावण शिवरात्रि और महाशिवरात्रि में अंतर-
हिन्दू धर्म में सावन या श्रावण के महीने को बहुत ही महत्वपूर्ण और पवित्र महीना माना जाता है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार यह पांचवा महीना है और इसे साल का सबसे शुभ महीना माना जाता है. श्रावण का महीना भगवान शिव को समर्पित है.सावन के महीने में बहुत सारे व्रत और त्यौहार मनाये जाते हैं. इस महीने में सावन शिवरात्रि के अलावा, सावन सोमवर, हरियाली तीज, नाग पंचमी और अंत में रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाता है. इस महीने में सभी शिव भक्त भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उनकी पूजा और उपवास करते हैं.
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, प्रत्येक चंद्र माह का 14 वा दिन या अमावस्या से एक दिन पहले शिवरात्रि के रूप में जाना जाता है. क्योकि यह दिन सावन के महीने में आता है, इसलिए इसे सावन या श्रावण की शिवरात्रि के रूप में जाना जाता है.हालांकि, शास्त्रों में महा शिवरात्रि का आध्यात्मिक महत्व सबसे अधिक बताया गया है. शास्त्रों के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव ने देवी पार्वती से विवाह किया था. महा शिवरात्रि के पर्व से जुड़ी बहुत सी अन्य किंवदंतियां और कहानियां भी महशूर हैं.