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बगलामुखी साधना में ध्यान रखने योग्य बातें

मां बगलामुखी साधना में ध्यान रखने योग्य बातें 

 

1- बगलामुखी साधना में निम्न बातों का विशेष ध्यान रखना आवश्यक होता है. मां बगलामुखी की साधना करते समय हमेशा पीले वस्त्र धारण करें और पीले रंग के आसन पर ही बैठे. 

2- बगलामुखी माता की आराधना में पूजा की सभी चीजें पीले रंग की होनी चाहिए. कभी मां बगलामुखी की आराधना खुले आसमान के नीचे ना करें. 

3- मां बगलामुखी की आराधना के समय पूरी तरह से ब्रह्मचर्य धर्म का पालन करें और साधना के वक्त  स्त्री स्पर्श, चर्चा और संसर्ग बिल्कुल नहीं करना चाहिए. 

4- कभी भी बगलामुखी की साधना डरपोक लोगों को नहीं करनी चाहिए. बगलामुखी देवी अपने साधकों की परीक्षा भी लेती हैं. मां बगलामुखी मां की साधना के समय भयानक आवाजों का आभास हो सकता है. इससे डरना नहीं चाहिए और आराधना जारी रखनी चाहिए. 

5- बगलामुखी मां की साधना हमेशा गुरु की आज्ञा लेकर शुरू करनी चाहिए और आराधना शुरू करने से पहले गुरु का ध्यान और पूजन जरूर करना चाहिए. 

6- बगलामुखी के भैरव  मृत्युंजय हैं. इसलिए इनकी साधना के पहले महामृत्युंजय मंत्र की एक माला का जाप जरूर करना चाहिए. 

7- मां की साधना हमेशा उत्तर की तरफ मुख करके करनी चाहिए. मंत्र का जाप हल्दी की माला से ही करना चाहिए. जाप करने के बाद माला को गले में पहन लेना चाहिए.

 8- मां बगलामुखी की साधना रात में 9:00 से 12:00 के बीच करनी चाहिए. मंत्र के जाप की संख्या पहले से निर्धारित होनी चाहिए और नियमित रूप से उसी संख्या में जाप करना चाहिए. मंत्र के जाप की संख्या साधक सुनिश्चित करनी चाहिए. 

9- मां बगलामुखी की साधना हमेशा गुप्त रूप से करनी चाहिए. मां की साधना करते समय दीपक जरूर जलाएं. जो व्यक्ति इस बगलामुखी साधना को पूरा कर लेता है वह अजेय हो जाता है और कोई भी दुश्मन उसका कुछ भी नहीं बिगाड़ पाता है.

माता बगलामुखी की आराधना के नियम सख्त होने की वजह से जन साधारण उनकी पूजा नहीं कर पाते क्युकी इनकी पूजा में नियमो का पालन करना बेहद जरुरी है. परन्तु इन्ही के स्वरुप माता पीतांबरा की पूजा आसानी से की जा सकती है इसलिए आपसे अनुरोध है यदि आप माता बगलामुखी की पूजा करने में सक्षम नहीं है तो आप माता पीतांबरा की पूजा करके भी माँ बगलामुखी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते है 

 
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