महेश नवमी का पर्व मुख्य रूप से हिंदुओं का त्योहार है। इसे देश के अलग अलग राज्यों में और मुख्य रूप से राजस्थान में मनाया जाता है। इस दिन भगवान् शिव की विशेष पूजा की जाती है। महेश नवमी के दिन भगवान् शिव के सभी मंदिरो को फूलों से सजाया जाता हैं। महेश नवमी के दिन सभी नवविवाहित जोड़े भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करते हैं और अपने नए जीवन के आरम्भ के लिए उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते है। इस दिन पूरी रात भर विभिन्न यज्ञों और मंत्रों का जाप किया जाता है। महेश नवमी के दिन भगवान शिव की विशेष झाँकी का आयोजन किया जाता हैं।महेश नवमी के दिन सभी भक्त मंदिरो के साथ साथ अपने घरों में भी भगवान शिव की पूजा करते है। इस दिन मंदिरो में प्रार्थनाएं और जाप किया जाता है। महेश नवमी के दिन भगवान शिव का अभिषेकम किया जाता है। मंदिरो में भजन संध्या का आयोजन किया जाता हैं।