क्यों हो जाते हैं मांगलिक कार्य बंद|
चातुर्मास के दौरान किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य जैसे- विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन संस्कार नहीं किए जाते हैं. इसके पीछे का कारण यह है कि इन 4 महीनों में आप पूरी तरह से भगवान की भक्ति में लीन रहे. मौसम मौसम में बदलाव आने के कारण शरीर में बीमारियों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है. इसलिए इस अवधि में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए आध्यात्मिक शक्ति को बढ़ाना आवश्यक होता है. ऐसे में पूजा पाठ, व्रत उपवास करना बहुत ही लाभदायक माना जाता है. इन 4 महीनों में चारों तरफ नकारात्मक शक्तियों का असर बढ़ने लगता है और सकारात्मक शक्तियां क्षीण पड़ने लगती हैं. इसलिए इन 4 महीनों में भगवान की पूजा के द्वारा सकारात्मक शक्तियों को जगाए रखा जाता है. देव प्रबोधिनी एकादशी के पश्चात भगवान जाग जाते हैं और सकारात्मक शक्तियां असरकारक हो जाती हैं.