कैसा हुई माता गायत्री प्रकट?
शास्त्रों में ऐसा माना गया है कि सृष्टि के आरंभ में ब्रह्मा जी के मुख से सर्वप्रथम गायत्री मंत्र की ही ध्वनि प्रकट हुई थी| माँ गायत्री की असीम कृपा से ही ऐसा संभव हो सका कि ब्रह्माजी ने गायत्री मंत्र की व्याख्या अपने सभी प्रकार चारों मुखों से चार वेदों के रूप में की थी। और यह इस बात को दर्शाते है कि इस मंत्र की क्या महिमा है। ऐसा कहा जाता है कि आरम्भ में देवी माँ गायत्री की महिमा सिर्फ देवताओं तक ही सीमित थी, किन्तु महर्षि विश्वामित्र जी ने बहुत ही कठोर तपस्या कर माँ की महिमा कर मनुष्यो को भी इससे अवगत कराया।