वट सावित्री व्रत का महत्व-
वट सावित्री के दिन सभी सुहागन स्त्रियों सोलह श्रृंगार करती हैं. इस दिन बरगद के पेड़ की पूजा की जाती है. शास्त्रों में बताया गया है कि इस दिन बरगद के पेड़ की पूजा करने से पति की आयु लंबी होती है| पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन सावित्री ने अपने दृढ़ निश्चय और श्रद्धा के द्वारा यमराज को अपने पति के प्राण लौटाने के लिए विवश कर दिया था| तभी से ऐसा माना जाता है कि जो भी स्त्री सावित्री के समान यह व्रत श्रद्धा पूर्वक रखती है उसके पति पर आने वाले सभी संकट दूर हो जाते हैं और उसकी आयु लंबी होती है| इस दिन सभी स्त्रियां बरगद के पेड़ के नीचे सावित्री सत्यवान और अन्य देवी देवताओं की पूजा करती हैं. इसी कारण इस व्रत को वट सावित्री कहा जाता है. इस व्रत को करने से सुखद और संपन्न दांपत्य जीवन का वरदान मिलता है. वट सावित्री का व्रत करने से परिवार में सुख और संपन्नता आती है.