वट सावित्री पूजन के लिए आवश्यक सामग्री-
शास्त्रों में बताया गया है कि वट सावित्री व्रत में पूजन सामग्री का विशेष स्थान होता है. ऐसा माना जाता है कि सही पूजन सामग्री के बिना की गई पूजा पूर्ण नहीं होती है. पूजन सामग्री में- बांस का पंखा, लाल या पीला धागा, चने, धूपबत्ती, फूल, पांच प्रकार के फल, जल से भरा कलश, सिंदूर, लाल कपड़ा
वट सावित्री पूजन विधि-
1- वट सावित्री व्रत करने के लिए सुबह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने के बाद बांस की डलिया में सात प्रकार का अनाज भरकर ब्रह्मा जी की मूर्ति की स्थापना करें.
2- अब ब्रह्मा जी के बाएं तरफ सावित्री की मूर्ति रखें. अब दूसरी टोकरी में सत्यवान और सावित्री की मूर्ति की स्थापना करके बरगद के पेड़ के नीचे ले जाकर रखें.
3- ब्रह्मा और सावित्री की पूजा करने के बाद सत्यवान और सावित्री की पूजा करके बरगद के पेड़ को जल अर्पित करें.
4- इसके बाद जल, मौली, रोली, कच्चा सूत, भीगा चना और फूल से बरगद के पेड़ की पूजा करें.
5- अब कच्चा धागा लेकर बरगद के पेड़ की तीन परिक्रमा करें और बरगद के पत्तों को गहनों के समान अपने शरीर पर धारण करें.
6- इसके बाद अपने बड़ों का आशीर्वाद लें. वट सावित्री की पूजा करने के बाद पान, सिंदूर, कुमकुम लेकर किसी सौभाग्यवती स्त्री की पूजा करें.
7- वट सावित्री के व्रत पूरा होने के बाद किसी सुहागिन स्त्री को अपनी क्षमता अनुसार दान करें. पूजा करने के बाद प्रसाद में चढ़े फल ग्रहण करें और संध्याकाल के समय मीठा भोजन करें