दीपावली भारत में मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहारों में से एक है। हिंदू धर्म में इस त्यौहार को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। वैसे भारत में सभी लोग दीपावली का त्यौहार बहुत धूमधाम से मनाते हैं। दीपावली को रोशनी का त्योहार मानते हैं। दीपावली अमावस्या के दिन मनाई जाती है, जो अंधकार का दिन माना जाता है इसी अन्धकार को दूर करने के लिए सभी लोग अपने घरो में व् घरों के बाहर दिये लगाते है। जिससे मां लक्ष्मी उनके घर में प्रवेश करें और उनके घर में कभी भी धन की कमी ना हो। आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनसे अपना घर सजाने पर मां लक्ष्मी प्रसन्न हो जाएंगी और आपके घर में अवश्य प्रवेश करेंगी।
1- तोरण को घर के मुख्य द्वार पर लगाया जाता है| दीपावली के दिन मां लक्ष्मी के स्वागत के लिए सभी लोग अपने दरवाजे पर तोरण लगाते हैं। बंदनवार या तोरण सबसे शुभ आम या अशोक के पत्तों की ही मानी गयी है। प्रयास करें की आप आम या अशोक के पत्तो का ही बंदनवार लगाएं| परन्तु अगर यह उपलभ्ध न हो तो आप फूलों का भी लगा सकते है| या फिर बाजार में मिलने वाले अलग अलग तरह के साज सजावट वाले लगाएं।
2- लोग दिवाली के दिन अपने घर को सजाने अथवा अन्धकार को दूर करने के लिए दिये व् मोमबत्तियां जलाते हैं। आजकल बाज़ारों में बहुत प्रकार के दिये व् मोमबत्तियां मिलती हैं।
3.सुंगंधित दिये व् मोमबत्तियां भी मिलते हैं। परन्तु सबसे शुभ व् महत्वपूर्ण मिटटी के ही दिये माने जाते है| आप अपनी क्षमता के अनुसार दिये या मोमबत्तियां लगाएं। क्यूंकि अन्धकार को दूर रखना ही दीयों व् मोमबत्तियों का उदेश्य है।
4- दीपावली के दिन भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। माँ लक्ष्मी व् गणेश जी की मूर्ति किसी भी प्रकार की रख सकतें है।
मिटटी से लेकर चांदी की अपनी क्षमता व् सामर्थ्य के अनुसार| घी व् तेल के दिये जलाएं, कलश स्थापना करें, फूल अर्पित करें, मिष्ठान का भोग लगाएं, व् नवैद्य का भी भोग लगाएं| और घी का दिया सुबह तक जलने दें।
दीपावली एक बहुत ही शुभ, रौनकभरा व् खूबसूरत पर्व है। परन्तु कुछ लोग इसकी धन से तुलना कर अनावश्यक धन खर्च कर के इसकी सादगी व् गौरव को ख़तम कर रहे है। भगवान् आपके खर्च करेगए धन से नहीं आपकी श्रद्धा व् निष्ठां से प्रसन्न होते है। इसीलिए दीपाली जैसे अत्यंत खूबसूरत व् महत्वपूर्ण पर्व की सादगी को बनाएं रखें। पटाखों व् अनावश्यक वस्तुओं पर धन बर्बाद न करें। बल्कि उस धन से गरीबों के घर को रोशन कर उनकी दीपावली को शुभ व् मंगलमय बनाये। जिस से आपकी दीपाली व् आने वाली ज़िन्दगी में रोशनता व् खुशियां सदैव बनी रही।
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